इस भजन माला में श्रीवैष्णव संप्रदाय के सभी मुख्य दिव्य देश, अर्चावतार. विभवावतार, आलवार, आचार्य, झुलोत्सव, वसंतोत्सव, शरदोत्सव इत्यादि से संबन्धित सभी भजनों का संग्रह है । भजनों का भाव एवं अर्थ सारतम है । श्रीवैष्णवों के तिरुमालियों में उत्सव के समय इस ग्रंथ के भजनों का अनुसंधान करके भगवत भागवत आचार्य मुखोल्लास करें।
The Patch is madeup of round ring with premium quality lace sorrounded by white and golden beads.In center shankha chakra embroidery work on blue color welvet.
Usage
1.It is used in alankaram of pooja room on special occassions.It can be pasted with two way ticso tape.
2.It is best item to be given as a gift with less budget best item.
The purse is made up of premium quality welvet fabric with very attractive design on both side of purse .Premium quality runner and chain used for long durability.
Usage
1. It Is used during temple visit, Divyadesh Yatra, Spiritual function to keep money, key Etc.
2. It can be used as a gift in Upanayan, marriage, Shashtipurti functions. We can customise and put the name as per requirement.
श्रीशैल अनंत पुरुष अक्कारकनी श्रीसंपत्कुमाराचार्य स्वामीजी
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श्रीकांची प्रतिवादि भयंकर मठ
Description
मूल :श्रीगोदाम्बाजी व्याख्या : तिरुप्पावै श्रीगोदाम्बाजी विरचित जो प्रत्येक श्रीवैष्णव के लिए नित्यानुसंधेय है और धनुर्मास में विशेष रूप से सभी श्रीवैष्णव घरों में मूल पाठ के साथ प्रतिदिन एक पाशूर के व्याख्या का भी अनुसंधान होता है । तिरुप्पावै की विस्तृत व्याख्या बहुत ही सुंदर सरल भाषा में है, हर एक पाशूर का व्यंगार्थ भी बहुत विशेष रूप से है, जिससे सारतम विषय को अत्यंत सरलता के साथ समझ सकते है। ३० पाशूर दर्शानेवाले रंगीन चित्रों को पाशूर के संक्षेप्तार्थ के साथ दिया गया है।